HINDI POETRY DEPICTING FEELINGS OF VRS 2019 OPTEES – BABUBHAI PANCHAL

2 Dec

NEWS – OCTOBER & NOVEMBER OF ITS OFFICERS WORKING IN BSNL ON OR BEFORE 05.12.2019

हम छोड़ चले बीएसएनएल को,

याद आए कभी तो मत रोना,

हम नींव के पत्थर थे इसके,

बस इसी बात का है रोना,

जिसको हमने सींचा था, 

अपने  खून  पसीने से,

केवल गम है उसको, 

असमय  खोने का!! 

 

हम छोड़ चले बीएसएनएल को, 

शेष बचे जो  गुलसन  में साथी, 

इसका  भार उन्हें  ही  ढोना है, 

बूढ़े कन्धों पर अब जोर नहीं, 

ऐसा सरकार ने माना है, 

वी आर एस का, 

लालच  देकर, 

हमको किया, 

रवाना है!! 

 

हम छोड़  चले  बीएसएनएल को

याद आए कभी तो आंखे गीली, 

कर लेना,हम नींव के पत्थर, 

थे इसके,बस इसी बात, 

का हैं रोना!! 

 

बीएसएनएल के उत्थान, 

के खातिर,वीआरएस, 

के हवन कुंड में,

आहुति हमको, 

देना है!! 

 

ख्वाब में  भी ना सोचा था, 

मैने,ये दुर्दिन भी आना है,

वी आर एस के हवन, 

कुंड में जलकर, 

रुख्सत  हो, 

जाना है!!

 

हम छोड़ चले बीएसएनएल को, 

याद  आए  कभी तो मत रोना, 

हम नींव के पत्थर हैं इसके, 

बस इसी बात है रोना!!

 

Dedicated to All members who opted VRS